Sone ki dua in hindi mein काफी लोग जानना चाहते थे ताकि वह सोने की दुआ को याद कर सकें और रात को सोने से पहले की दुआ पढ़ कर सोए और सुन्नत अदा कर ले.
यह हम सभी जानते हैं, कि मुसलमानों को नबी करीम सल्लल्लाहो अलैही वसल्लम के बताए हुए रास्ते पर चलना चाहिए; और उन्हीं के बताये हुए तरीके से अपनी जिंदगी को जीना चाहिए जिसे हम नबी की सुन्नत कहते हैं.
Sone se pahle Ki Dua पढ़कर सोना नबी की सुन्नत है और इन दुआओं को पढ़ने से बंदे की हिफाजत रात भर फरिश्ते करते हैं.
इस्लाम में हर चीज को करने से पहले और करने के बाद की दुआ मौजूद है, जो कि हदीसों से साबित है; इन्हें पढ़ने से हम अल्लाह का जिक्र ओ अज़कार तो करते ही हैं, साथ ही साथ इससे हमें काफी फायदा भी हासिल होता है.
Table of Contents
Sone ki dua in hindi
जिस तरह खाना खाने से पहले और बाद की दुआ होती है, ठीक उसी तरह सोने से पहले और सो कर उठने की भी दुआ है; लेकिन काफी लोगों को सोने से पहले की दुआ याद नहीं.
Sone ki dua में कुरान मजीद की आयतें और सूरतें भी शामिल हैं जिन्हें पढ़ने से हमारी रात भर तमाम परेशानी और मुसीबतों से हिफाजत होती है.
इन छोटी-छोटी दुआओं को याद करके और इन पर अमल करके हम एक अच्छी आदत बना सकते हैं; और इन से होने वाले फायदे को भी हासिल कर सकते हैं.
Sone se pahle ki dua जानने से पहले आपको यह जानना जरूरी है कि सोने से पहले के काम क्या हैं; जिन्हें करके आप सोने की दुआ का ज्यादा फायदा उठा पाएंगे.
पांच वक्त की नमाज पढने का सही तरीका। –
- फजर की नमाज का तरीका।
- जोहर की नमाज का तरीका।
- असर की नमाज़ का तरीका।
- मगरिब की नमाज़ का तरीका।
- ईशा की नमाज का तरीका।
Sone se pahle kya kare
- बिस्मिल्लाह कर के घरों के सारे दरवाजे बंद कर दें।
- बिस्मिल्लाह पढ के सारी लाइटों, लालटेन या चिराग मुमबत्ती को बुझा दें।
- अब बिस्मिल्लाह पढकर किचन में मौजूद सारे बर्तनों को सही से ढंक दें।
- आखिर आखिर में आप पाक बर्तन में पानी भरके उसे बिस्मिल्लाह पढकर ढंक दें।
Sone se pahle ki dua in hindi
Sone se pahle ki dua in hindi में सोने की दुआ, आयतुल कुर्सी, चारो कुल और दरूदे इब्राहिम शामिल है; रात को सोने से पहले इन खास आयतों और सुरतों को पढ़ना अफजल माना जाता है.
आपको बता दें दोस्तों रात को सोने से पहले की दुआ सिर्फ इतनी ही नहीं है, बल्कि हदीसों में ऐसी कई और दुआएं बताई गई हैं; जिन्हें सोने से पहले पढ़ना चाहिए.
आज हम आपको कुछ छोटे-छोटे दुआ बता देते हैं, जो आपको याद करने में आसान हो. आइए अब हम Raat ko sone se pahle ki dua जान लेते हैं।
Raat ko sone se pahle ki dua
- सोने से पहले की दुआ पढें।
- चारों कुल का विर्द करें।
- आयतुल कुर्सी पढें।
- दरूद ए इब्राहिम पढें।
- सुरह मुल्क की तिलावत करें।
- सुरह बकरह की आखिरी दो आयतें जरूर पढें।
- कलमा पढकर सोएं।
- सुरह यासीन पढकर सोएं।
सोने की दुआ पढकर सोएं।
रात को सोने से पहले की दुआ पढ़ना सबसे ज्यादा जरूरी है, जब आप बिस्तर पर लेट जाएं तो लेट कर सोने की दुआ को पढ़ें.
Sone se pahle ki dua in arabic
اللهم باسمك أموت وأحي
Sone ki dua in hindi
अल्लाहुम्म बिस्मि-क अमृतु व अहया।
Sone ki dua ka tarjuma
ऐ अल्लाह तेरे ही नाम के साथ मैं मरता हूं और ज़िन्दा होता हूं।
चारों कुल का विर्द करें।
चारों कुलों को पढ़ने के फायदे से तो आप रूबरू होंगे ही चारों कुल को हमारे नबी अक्सर पढा करते थे; और इन चार सुरतों को पढ़ने से परेशानियां और मुसीबतें दूर रहती हैं.
सुरह काफिरून।
قُلْ يَا أَيُّهَا الْكَافِرُونَ, لَا أَعْبُدُ مَا تَعْبُدُونَ, وَلَا أَنتُمْ عَابِدُونَ مَا أَعْبُدُ, وَلَا أَنَا عَابِدٌ مَّا عَبَدتُّمْ, وَلَا أَنتُمْ عَابِدُونَ مَا أَعْبُدُ, لَكُمْ دِينُكُمْ وَلِيَ دِينِ
सुरह इखलास।
قُلْ هُوَ اللَّهُ أَحَدٌ اللَّهُ الصَّمَدُ, لَمْ يَلِدْ وَلَمْ يُولَدْ وَلَمْ يَكُن لَّهُ كُفُوًا أَحَدٌ
सुरह फलक।
قُلْ أَعُوذُ بِرَبِّ ٱلْفَلَقِ, مِن شَرِّ مَا خَلَقَ, وَمِن شَرِّ غَاسِقٍ إِذَا وَقَبَ, وَمِن شَرِّ ٱلنَّفَّـٰثَـٰتِ فِى ٱلْعُقَدِ, وَمِن شَرِّ حَاسِدٍ إِذَا حَسَدَ
सुरह नास।
قُلْ أَعُوذُ بِرَبِّ ٱلنَّاسِ, مَلِكِ ٱلنَّاسِ, إِلَـٰهِ ٱلنَّاسِ, مِن شَرِّ ٱلْوَسْوَاسِ ٱلْخَنَّاسِ, ٱلَّذِى يُوَسْوِسُ فِى صُدُورِ ٱلنَّاسِ, مِنَ ٱلْجِنَّةِ وَٱلنَّاسِ
आयतुल कुर्सी पढें।
आयतुल कुर्सी कुरान मजीद की सबसे बड़ी और अफजल आयत है; आयतुल कुर्सी कुरान के सबसे बड़े सूरह बकरह की 255वीं आयत है, इसकी फजीलत बेशुमार है.
नबी सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम ने फरमाया है, कि कुरान की सबसे ताकतवर आयत आयतल कुर्सी है; इसलिए हमें रात को सोने से पहले आयतुल कुर्सी को पढ़ना चाहिए.
आयतुल कुर्सी की फजीलत बेशुमार है, जो बड़ी-बड़ी परेशानियों को आसान कर देती है.
ٱللَّهُ لَآ إِلَـٰهَ إِلَّا هُوَ ٱلْحَىُّ ٱلْقَيُّومُ ۚ لَا تَأْخُذُهُۥ سِنَةٌۭ وَلَا نَوْمٌۭ ۚ لَّهُۥ مَا فِى ٱلسَّمَـٰوَٰتِ وَمَا فِى ٱلْأَرْضِ ۗ مَن ذَا ٱلَّذِى يَشْفَعُ عِندَهُۥٓ إِلَّا بِإِذْنِهِۦ ۚ يَعْلَمُ مَا بَيْنَ أَيْدِيهِمْ وَمَا خَلْفَهُمْ ۖ وَلَا يُحِيطُونَ بِشَىْءٍۢ مِّنْ عِلْمِهِۦٓ إِلَّا بِمَا شَآءَ ۚ وَسِعَ كُرْسِيُّهُ ٱلسَّمَـٰوَٰتِ وَٱلْأَرْضَ ۖ وَلَا يَـُٔودُهُۥ حِفْظُهُمَا ۚ وَهُوَ ٱلْعَلِىُّ ٱلْعَظِيمُ
दरूद ए इब्राहिम पढें।
दरूदे इब्राहिम पढ़ना और नबी सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम पर दुरूद भेजना बड़ी इबादत में शामिल है; दरूदे इब्राहिम पढ़ने से गुनाह बहुत तेजी से माफ होते हैं.
साथ ही साथ जिस दुआ में दरुद शरीफ होता है, तो वह दुआ रद्द नहीं होती; इसलिए हमें रात को सोने से पहले अपने दिन भर की गुनाहों को माफ कराने के लिए दुरुद ए इब्राहिम पढना चाहिए.
اللّٰہُمَ صَلِّ عَلٰی مُحَمَّدٍ وَّ عَلٰٓی اٰلِ مُحَّمَدٍکَمَا صَلَّیْتَ عَلٰٓی اِبْرٰھِیْمَ وَعَلٰٓی اٰلِ اِبْرٰہِیْمَ اِنَّکَ حَمِیْدٌ مَجِیْدٌ اللّٰہُمَ بَارِکْ عَلٰی مُحَمَّد ٍوَّ عَلٰٓی اٰلِ. مُحَّمَدٍکَمَابَارَکْتَ عَلٰٓی اِبْرٰھِیْمَ وَعَلٰٓی اٰلِ اِبْرٰہِیْمَ اِنَّکَ حَمِیْدٌ مَجِیْدٌ
सुरह मुल्क की तिलावत करें।
सूरह मुल्क कुरान मजीद की अफजल सूरतों में से एक है, इस सुरह को हमारे नबी सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम रोज रात को पढ़ कर के ही सोते थे.
इसलिए इस सुरह को हमें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और इस की तिलावत जितनी ज्यादा हो सके उतनी करनी चाहिए.
सुरह बकरह की आखिरी दो आयतें जरूर पढें।
सूरह बकरा कुरान मजीद की सबसे बड़ी सुरह है, जिसमें आयतुल कुर्सी जैसी ताकतवर आयतें शामिल हैं; हो सकता है, कि आप पूरी सूरह बकरह रोज ना पढ़ पाएं लेकिन सूरह बकरह की आखिरी दो आएतें जरूर पढ़ें इससे आपको काफी ज्यादा सवाब मिलेगा.
जरुरी मालेमात जो पता होनी चाहिए। –
- कुरान में कितने सजदे हैं, और उनके फायदे।
- इन आयतों को पढने से हर बिमारी से शिफा मिलती है।
- फर्ज नमाज के बाद की तस्बीह।
- फर्ज नमाज के बाद की दुआ।
- हर नमाज़ के बाद की दुआ।
कलमा पढकर सोएं।
पहला कलमा हमें हमेशा पढ़ना चाहिए क्योंकि पहला कलमा इस्लाम के बुनियादी लफ्ज़ है; मतलब इन्हें पढ़कर इंसान मुसलमान बन सकता है.
पहला कलमा में हम अपने अल्लाह की गवाही देते हैं; और सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम को अपना नदी मानने की गवाही देते है, और यही हमारा ईमान है.
सुरह यासीन पढकर सोएं।
सूरह यासीन को हमारे नबी ने कुरान मजीद का दिल करार दिया है, और सूरह यासीन की फजीलत बेशुमार है इस खास सूर्य को पढ़ने से बड़ी से बड़ी बीमारियां दूर हो जाती है.
सूरह यासीन की तिलावत हमें हमेशा करती रहनी चाहिए ज्यादातर लोग सुरह यासीन को फजर की नमाज अदा करके पढते हैं, जो की बेहतर है.
Sone ki dua ki fazilat
Sone ki dua ki fazilat में सबसे बड़ी फजीलत यह है, कि जो शख्स रात को सोने से पहले की दुआ पढता है; तो रात भर उसकी हिफाजत के लिए फरिश्ते मुकर्रर कर दिए जाते हैं, जो सुबह तक उसकी हर परेशानी से हिफाजत करते हैं.
और सोने से पहले कुरान की आयतों और सुरतें को पढ़कर सोने से उन आयतों और सुरतों को पढने का सवाब हासिल होता है; और हमारे गुनाह माफ होते हैं.
जुमे का बयान जरूर पढें। –
- जुम्मे के दिन सुरह कहफ पढ़ने के फायदे।
- जुम्मे के दिन इस सुरह को जरूर पढना चाहिए।
- जुम्मे के दिन क्या करना चाहिए?
- जुम्मे की नमाज का तरीका।
आज आपने क्या जाना?
दोस्तों यह थी हमारी आज की पोस्ट आज हमने आपको नीचे बताई हुई तमाम चीजों की जानकारी आसान लफ्जों में और तफसील से बताने की कोशिश की है.
- Sone se pahle ki dua in hindi.
- Sone ki dua in hindi.
- Raat ko sone se pahle ki dua.
- Sone se pahle kya kare?
- Sone se pahle ki sunnaten.
- Sone ki fazilat in hindi.
उम्मीद है ! आपको आपके तमाम सवालों के जवाब मिल गए होंगे, आपसे गुजारिश है; कि आप इस पोस्ट को अपने व्हाट्सएप, फेसबुक पर शेयर जरूर करें.
अल्लाह हाफिज !!!