Eid kyu manate hai? या “इस्लाम में ईद क्यों मनाई जाती है” ऐसे कुछ सवाल आप लोगों के मन में भी जरूर उठते होंगे कि आखिर हम मुसलमान ईद क्यों मनाते हैं; इसका कोई छोटा सा जवाब तो नहीं है लेकिन हम आपको पूरी जानकारी काफी कम समय में बता देंगे इस article में.
तो चलिए आज सारी हदीसों को छानते हैं और जानते हैं कि आखिर हम ईद क्यों मनाते हैं; हमारा यह जानना काफी जरूरी है क्योंकि हम मुसलमान हैं और इस्लाम में हर चीजों का डिटेल मौजूद है या तो हदीसों में या तो कुरान में……
तो चलिए एक-एक करके सभी चीजों को उठाते हैं और इस सवाल के जड़ तक जाते हैं ताकि आप सभी को आसानी से समझ में आ जाए……
Note:- यहां हम केवल यह जानेंगे कि Eid-ul-fitr kyu manate hai और हम इस पर बात नहीं करेंगे की ईद कैसे मनाई जाती है; अगर आप फिर भी जानना चाहते हैं तो नीचे दिए पोस्ट पर देख सकते हैं.
Post:- Eid ke din kya karna chahiye? – ईद के दिन के जरूरी काम व आमाल
Table of Contents
Eid kya hai?
यह सवाल बहुत ही आसान है और हर एक मुसलमान इस सवाल का जवाब जानता है; आपको बता दें कि ईद हमारे इस्लाम में सबसे बड़ा त्यौहार है जिसे हम मीठी ईद या सेवई वाली ईद कहते हैं. इस दिन हम सभी मुसलमान खुशियां मनाते हैं, नमाज पढ़ते हैं, मोहब्बत फैलाते हैं, और जकात अदा करते हैं.
साथ ही साथ एक दूसरे के गले भी मिलते हैं और दुश्मन को भी दोस्त बनाने की सोच रखते हैं; अल्लाह ने हमें ईद का दिन रमजान के पूरे महीने में रखे हुए रोजे का इनाम दिया है जिसे हम पूरी खुशियों से मनाते हैं.रमजान का महीना है जिसमें हम अल्लाह की पूरी शिद्दत से इबादत करते हैं और दुआ मांगते हैं जिसके आखिर में हमें ईद मनाने का मौका मिलता है.
और इस बात का सबूत कुरान देती है; जिसमें लिखा है “रजमान के पाक महीने में रोजे रखने के बाद अल्लाह एक दिन अपने बंधुओं को बख्शीश, इनाम देता“ और साथ ही साथ रिज़्क़ देता है और हर दुआ कबूल करता है इसलिए बक्शीश और इनाम के इस दिन को ईद-उल-फितर के नाम से जाना जाता है.
ये भी पढ़ें:-
- SHAB E MERAJ KE DIN KYA PADHNA CHAHIYE
- SHAB E MERAJ KI FATIHA KA TARIKA
- KUNDE KI FATIHA KA TARIKA
- SHAB E MERAJ KE ROZE KI FAZILAT
- SURAH YASEEN KI FAZILAT
इसलिए आपसे यह गुजारिश है कि आप भी ईद के दिन अल्लाह से बख्शीश की दुआ मांगे और माफी भी; और इसके साथ-साथ अगर आप कुछ और भी चाहते हैं जैसे सेहत, बरकत, रिज़्क़ तो बेशक उसके लिए भी दुआ मांगने. इंशा-अल्लाह !!!! अल्लाह आपकी दुआ कबूल करेगा बशर्ते आपने पूरे रमजान अल्लाह को राजी करने के लिए कुरान और नमाज पढ़ी होगी.
तो चलिए इतना हमारे लिए काफी था; अब हम जानेंगे islam me eid kyu manate hai या Hum musalman eid kyu manate hai? लेकिन यह जाने से पहले हम ईद के पीछे का इतिहास जान लेते हैं….
Eid ke piche ka islamic itihas/history
ईद की शुरुआत हमारे प्यारे नबी हजरत-मोहम्मद-मुस्तफा-सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम ने की थी या यूं कहें उनकी वजह से हुई थी; इस्लामिक अकाइद के हिसाब से जब प्यारे नबी मक्का से मदीने को बसने गए थे, तब ईद की शुरुआत हुई थी. यानी कि मदीने मे ईद की शुरुआत हुई थी.
लेकिन नबी के एक साथी ने बताया कि जब प्यारे nbi मदीना पहुंचे, तब हम लोगों को दो अहम दिनों का जश्न मनाते हुए वहाँ के लोगों को पाया, जिसमें मदीने के लोग खूब खुशियां मनाते हैं; इसपर प्यारे नबी ने कुछ ये फरमाया….
“अल्लाह ने मौज/खुशियां मनाने के दो दिन अपने बन्दों को दिए हैं; एक ईद अल-फितर और ईद अल-अधा”
इसका मतलब अल्लाह ने हमे खुलकर खुशियां मनाने के दो दिन दिए हैं पूरे साल मे; जिसमें वह सबसे ज्यादा खुशियां मनाते हैं पूरे परिवार और दोस्तों के साथ.
तो दोस्तों अब हमने ये तो पता चल गया है कि ईद की शुरुआत कैसा और कहां से हुई और इसके पीछे का इतिहास क्या है; और अब हम ये जानेंगे कि islam me eid kyu manate hai?
ये भी पढ़ें:-
- 15 SHORT SURAH IN HINDI
- NAMAZ E JANAZA KA TARIKA
- NAMAZ MEIN KITNE WAJIB HAIN
- SHAB E MERAJ KI NAMAZ KA TARIKA
- JUMME KI NAMAZ KA TARIKA
Islam me eid kyu manate hai?
जैसा मैंने आपको बताया की ईद की शुरुआत मदीने में हुई थी, जब लोगों ने साल में 2 खास दिनों को अपनी खुशियां मनाई थी; तो प्यारे नबी ने फरमाया कि अल्लाह ने ये 2 खास दिन दिए हैं इंसान को अपनी खुशी मनाने के लिए जिसे ईद अल-फितर और ईद अल-अधा के नाम से जाना जाता है.
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि ईद हमें अल्लाह ने तोहफे की तरह दी है जो ईद के 1 महीने पहले जानी रमजान में रखे हुए रोजे की है; यानी कि हमने रमजान में जो 30 दिन रोजे रखे हैं उसका तोहफा हमें अल्लाह की तरफ से ईद के तौर पर मिलता है, जो कि सव्वाल के पहले दिन को होती है.
और इस दिन को हमे काफी धूमधाम से मनाना चाहिए क्योंकि इस्लाम का यह दिन सबसे मुकद्दस दिनों में से एक है…..
जरूरी बातें:- अगर आप ईद के दिन का पूरा सवाब पाना चाहते हैं तो आपका ये जानना बहुत जरूरी है कि “Eid ke din kya karna chahiye” जिससे ज्यादा से ज्यादा सवाब मिले और जन्नत का दरवाजा हमारे लिए खुल जाए.
तो जी हां, ईद हमें रमजान के बदले में एक तोहफा मिला है; जिस दिन हम सब अपने घरवालों, रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ खुशियां मनाते हैं.
Conclusion (नतीज़ा)
तो दोस्तों, ये थी हमारी आज की इस्लामिक जानकारी से भरी POST जिसमें हमने जाना कि Eid kyu manate hai?; और इससे जुड़ी तमाम मौजूदा जानकरी हमने आपको इस post के जरिए पहुंचाई है जैसे…
- पहला, Eid kyu manate hai? या “इस्लाम में ईद क्यों मनाई जाती है”
- Eid ke piche ka islamic itihas/history
- Eid kaha se shuru hui?
- आदि…..
उम्मीद करता हूं कि आपको हमारी आज की यह पोस्ट अच्छी लगी होगी और कुछ सीखने को मिला होगा; अगर हां तो हमें कमेंट करके अपनी राय बताना ना भूलें और कोई अन्य सवाल हो तो उसे भी पूछें, हम उसपर भी एक पोस्ट बनाएँगे….
और इस पोस्ट को अपने दोस्तों और घरवालों के बीच भी जरूर SHARE करें और हमारे इस WEBSITE को BOOKMARK कर ले ताकि आप सभी को इस्लाम से जुड़ी ऐसी ही POST मिलती रहे…..
ये भी पढ़ें:-
- Surah mulk ki hadees
- Surah al kahf in hindi
- Halal aur haram janwar kya hota hai?
- Inteqal ki dua in hindi
- Ghar se bahar nikalne ki dua in hindi
- Ghar me dakhil hone ki dua in hindi
❤️ quransays.in